सऊदी अरब की महिलाऐ क्या कर सकती हैं और क्या नहीं कर सकती हैं उसके बारे में बताते हैं

हेलो दोस्तो हम आपको सऊदी अरब में महिलाएं क्या कर सकती हैं और क्या नहीं कर सकती हैं उसके बारे में कुछ खास बातें बताते हैं जैसे कि बताया जा रहा है कि सऊदी अरब की महिलाएं वहां पूरी तरह से स्वतंत्र होकर अपना कार्य कर सकती हैं वह अपने मत से मनचाहे जगह आ जा सकते हैं किसी प्रकार का उसके ऊपर कोई दबाव नहीं है सऊदी अरब की महिलाओं को अधिकार का अधिकारों के लिए लंबे समय तक लड़ने वाले सामाजिक सुधारों के बावजूद प्रबंधित कर दिया गया था लेकिन अब उनको पूरी तरह से स्वतंत्र कर दिया गया है ताकि वह अपने मन से सामाजिक सुधारों के आश्चर्यजनक से ने महिलाओं को स्वतंत्र प्रदान की अनुमति दे दी है जबकि पहले से या कानून सऊदी अरब में बहुत सख्त से लागू किया गया था कि इस्लामी कानून के तहत उसको प्रतिबंध भी कर दिया गया था लेकिन इसमें अब पूरी तरह से औरतों को स्वतंत्र कर दिया गया है और उनको उन महिलाओं के के लिए सऊदी अरब में क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने के नेतृत्व में अब महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और वह अपने मन से पासपोर्ट प्राप्त करने का अधिकार रखती हैं

पुरुष अभिभावक के बिना अपने पति के अनुमति

महिलाएं सऊदी अरब में पासपोर्ट के साथ-साथ विदेश यात्रा करने के लिए भी सक्षम हैं उनको किसी तरह की कोई तकलीफ नहीं होगी और पुरुष अभिभावक के बिना अपने पति के अनुमति के बिना स्वतंत्र रूप से वह अधिकार भी उनको प्राप्त कर दिया गया हैसऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि परिवर्तन के तौर पर मध्य पूर्वी क्षेत्र के अन्य की करण की क्रॉउन प्रिंस की एक योजना का हिस्सा है सुधार उनकी विविधीकरण कर राजनीति जिस विजन 2030 के रूप में जाना जाता है उसको सऊदी अरब ने अतिवाद के अवशेषों को मिटाने और उनके नेतृत्व में इस्लामी कानून के अधिक माध्यम संस्कार को अपनाने में मदद करने का वादा किया है और कहा है कि 2017 में जो कानून लागू था उसको 1 साल बाद आने वाले दिनों में कुछ ऐसे नियमों में बदलाव कर दिया जाएगा कि महिलाएं सऊदी अरब में पूरी तरह से गाड़ी चला सकती है हालांकि इसके बारे में सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा है कि देश में अविश्वसनीय रूप से निषेधात्मक है कि महिलाएं क्या कर सकती हैं और क्या नहीं कर सकती हैं हालांकि महिलाएं अब पुरुष अभिभावक के बिना मक्का की तीर्थ यात्रा कर सकती हैं और जिस महिला ने वायर वायस ऑफ अमेरिका को एक चमत्कार बताया था कि वह केवल एक समूह के हिस्से के रूप में ऐसा कर सकते हैं ऐसा पुरुष रिश्तेदार को अभी भी एक महिला को शादी करने एवं उस प्रकार के व्यवसाय शुरू करने के लिए और जेल छोड़ने घरेलू दुर्व्यवहार आश्रय छोड़ने की अनुमति देने की आवश्यकता होती सऊदी अरब के आलोचकों का कहना है कि सुधार पर 4 से थोड़ा अधिक है ट्यूशन वेले की रिपोर्ट के मुताबिक यह कहा जा रहा है कि यूरोपियन सऊदी आर्गन आई जैक्सन फॉर हुमन राइट्स के एक शोधकर्ता ने बताया है कि दुआ धानी ने कहा है कि सुधार मानव अधिकार की स्थिति को सार्थक तरीके से प्रभावित नहीं करते हैंहाल के वर्षों में यह पता चला है कि महिला अधिकार कर्ताओं को कैद किया गया है और जिनमें से कुछ को उनकी रिहाई के बाद भी प्रतिबंधित स्वतंत्रता का सम्मान करना पड़ रहा है द न्यूयॉर्क टाइम्स काहिरा ब्यूरो के प्रमुख बिलियन ने यह भी कहा है कि पुरुष रिश्तेदारों के साथ अपनी स्वतंत्रता पर बातचीत करने के लिए यह अभी भी कई घरों के महिलाओं पर निर्भर करता है

सऊदी अरब की महिलाएं क्या नहीं कर सकती हैं

सऊदी अरब की महिलाओं के लिए ड्रेस कोड सऊदी अरब में अलग-अलग तरह से डिग्री पर लागू किया गया है जो महिलाओं को शालीनता से कपड़े पहनने की के लिए बताता है इसका मतलब यह है कि तंग एवं फिटिंग के कपड़े आप देखने की सामग्री आम तौर पर प्रतिबंधित है और भारी मेकअप करना आमतौर पर अनुचित माना जाता है यह सब महिलाएं सऊदी अरब में नहीं कर सकती हैं परंपरागत से अब आया एक लंबा ढीला कपड़ा जिसमें आमतौर पर एक काला हिट स्कर्ट या नकाब होता है जो कि बीसवीं शताब्दी के अधिकांश समय में आदर्श था सजनी ग्रुप से इस महिला के कपड़ों पर पहना जाता है बताया जा रहा है कि 2018 में कौन सी प्रिंस ने ड्रेस कोड में कुछ ढील दी थी और कहा था कि महिलाओं को शारीरिक रूप से सीमा के अंदर ही रहना होगा और उनको कई ऐसे सिस्टम ओं का सामना करना पड़ सकता है जिनसे वह संबंधित नहीं है लेकिन जब देश के अधिकांश हिस्सों में से सार्वजनिक परिवहन पार्क और समुद्रों में भी सख्त लिंग नियम लागू किया गया है तो पहले की तरह अवैध रूप से मिलाने के कारण दोनों पक्षों के खिलाफ आपराधिक आरोप लगाए गए लेकिन महिलाओं को आमतौर पर कठोर सजा का सामना करना पड़ सकता है सऊदी अरब की महिलाओं के ऊपर एक कानून और लागू कर दिया गया है कि वाह बिना अपने पति के हनुमत के गर्भपात कराने के लिए एवं पुरुष अभिभावक की मंजूरी अभी भी लेनी पड़ती है सेंटर फॉर रिवप्रोडिक्सराइडर्स के अनुसार कानून केवल स्वास्थ्य चिकित्सा आधार पर गर्भपात की अनुमति देगा बिना अपने अभिभावक के मंजूरी के बिना आप बर्बाद नहीं करवा सकती हैं यह सब कार सऊदी अरब में महिलाएं नहीं कर सकते हैं 2020 में एक बात भी कही गई थी कि जिनेवा सर्व संपत्ति की घोषणा कर दी गई है तू जिस में हस्ताक्षर करने के लिए अमेरिका देश में बेलारूस और हैंग्र सहित 32 में से एक था जिसमें कहा गया कि गर्भपात का कोई अंतरराष्ट्रीय अधिकार नहीं है ना ही राज की ओर से वित्त या गर्भपात की सुविधा के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है एवं ऐसी अंतरराष्ट्रीय कोई बात भी नहीं कही गई है जिससे आप गर्भपात बिना अपने अभिभावक एवं पति का करवा सकती हैं

सऊदी अरब की महिलाओं के ऊपर पारिवारिक जीवन चुनने पर भी प्रतिबंध

सऊदी अरब के क्रॉउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने बताया है कि सऊदी अरब की महिलाएं अपने मन से अपना जीवन साथी नहीं सुन सकती हैं यह भी प्रबंधन के ऊपर लागू हैसऊदी की महिलाओं को शादी करने के लिए पुरुष अभिभावक की अनुमति के बिना वह शादी नहीं कर सकती और तलाक भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए अधिक जटिल प्रक्रिया हो गई है 2019 में सऊदी महिलाओं को उनकी जानकारी के बिना तलाक देने से रोकने के लिए कोई नियम नहीं लगाया गया था लेकिन अब अर्थ था कि उन्हें अपने गुजारा भत्ता के अधिकारों से अनजान छोड़ा जा सकता है या नहीं हाल ही में क्रॉउन प्रिंस अपने सामाजिक एजेंट के लिए प्रतीत होता है द न्यूयॉर्क टाइम्स के यह ने जोर देकर कहा है कि सख्त और साहिल परिवारों के बीच की खाई बहुत बड़ी हो सकती है इतने में ही नहीं महिलाओं के अधिकारों को पुरुषों के अभिभावक की अनुमति पर निर्भर करता है और वह शादी तभी जाकर कर सकती हैं जब अपने अभिभावक पुरुष से अनुमति लें तभी उन्हें परिवारिक जीवन चुनने का आदेश है

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