महिलाएं बिना पुरुष के हज एवं उमरा कर सकती हैं एवं वीजा को

आइए दोस्तों आप लोगों को अवगत कराते चले कि सऊदी अरब में हज एवं उमरा के दौरान महिलाएं बिना पुरुष के जा सकती हैं आप लोगों को यह जानकर हैरानी होगी ऐसे कैसे हो सकता है कि महिलाएं बिना पुरुष के सऊदी अरब में हज एवं उमराह कर सकती हैं तो हम आपको बताते चलें कि सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्री डॉक्टर तौफीक बिन फ़ौजान अल राबिया ने इसकी जानकारी दी है की महिलाओं को अब हज एवं उमराह करने के लिए अपने शौहर की आवश्यकता नहीं होगी वह लोग अपने बिना पुरुष के ही हार एवं गुमराह करने के लिए सऊदी अरब जा सकती हैं एवं उनके वीजा को अनलिमिटेड भी कर दिया गया है सऊदी अरब की गवर्नमेंट ने महिलाओं को भारी छूट देते हुए कहा है कि अब महिलाएं सऊदी अरब में अपने बिना सोहर के हज एवं उमराह कर सकती हैं और इसीलिए उनकी बीवी को भी अनलिमिटेड कर दिया गया है सऊदी अरब के हज एवं उमराह मंत्री के पूर्व सलाहकार एवं कोच फतेह हुसैन इब्राहिम हुसैन ने बताया है कि महिलाओं की मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए यह कदम उठाया गया है कि महिलाएं बिना पुरुष के सऊदी अरब में हज एवं उमराह कर सकती हैं सऊदी अरब के उमरा मंत्री डॉ तौफीक बिन फैाजान अल राबिया ने कहा है कि देश के परिवहन साधनों के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा लगातार बढ़ाई जा रही है इसीलिए यहां पर महिलाओं को आना आसान हो गया है

उमरा मंत्री डॉक्टर तोफिक बिन फैाजान अल राबिया

उमरा मंत्री डॉक्टर तोफिक बिन फैाजान अल राबिया ने आश्वासन दिया है कि सऊदी अरब में महिलाएं अब बिना अपने मरहम गार्जियन के सऊदी अरब में हज एवं उमरा कर सकती हैं उन लोगों के साथ यहां पर कोई दुर्घटना नहीं होगी यह हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि पहले खतरा रहता था लेकिन इनके पीछे अब कोई मौजूद कारण नहीं होने के कारण अब किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी इसके साथ साथ इन लोगों का वीजा अनलिमिटेड भी कर दिया गया है ताकि ताकि इन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो सऊदी अरब के गवर्नमेंट ने महिलाओं को लेकर ज्यादा सतर्क होने का ऐलान किया है और बताया है कि देश दुनिया भर से आने वाले महिलाओं के लिए सऊदी गवर्नमेंट ने बहुत पुख्ता इंतजाम कर रखा है जिससे मुसलमान महिलाओं के साथ उनके शौहर का होना अनिवार्य नहीं होगा और वह लोग बिना अपने कोई गाजन के सऊदी अरब में हज उमराह कर सकती हैं जिन की सुरक्षा के लिए सऊदी गवर्नमेंट हरदम तत्पर पर रहेगी सऊदी अरब के उमरा मंत्री डॉ तौफीक बिन फैाजान राबिया के इस फैसले से सऊदी अरब के पूर्व मंत्री इब्राहिम हुसैन ने बताया है कि महिलाएं ऐसी पहले कई बाधाओं का सामना करती थी उन लोगों को हज के दौरान पुरुष साथी ढूंढना पड़ता था जिससे खर्च का बोझ बढ़ जाता था लेकिन सऊदी ने जो तरीका अपनाया है कि बिना आपने पुरुष साथी के महिलाएं अब हज एवं उमरा कर सकती हैं इस फैसले से सऊदी अरब के पूर्व मंत्री इब्राहिम हुसैन भी खुश हैं की महिलाओं के सम्मान में कोई कसर न छोड़ा जाए और महिलाओं के जीवन को सरल एवं सजील बनाया जाए जिससे इन लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो

लगातार सऊदी गवर्नमेंट ले रहे हैं महिलाओं को लेकर बड़े फैसले

हम आपको बताते चलें कि सऊदी अरब के सरकार लगातार फैसला कर रही है महिलाओं के पक्ष में क्योंकि महिलाओं को लेकर सऊदी गवर्नमेंट बहुत सचेत है और यह सोचती है कि महिलाओं को सऊदी अरब में हज एवं उमरा के दौरान कोई परेशानी ना हो सऊदी गवर्नमेंट नया कहां है कि यह पहला मौका नहीं है जब महिलाओं से जुड़ा हम लोगों ने कोई बड़ा फैसला लिया हो क्योंकि हर बार हम लोग महिलाओं के पक्ष में बड़े बड़े फैसले के हैं या ऐसा कोई नया फैसला नहीं है हम लोग यह सोचते कि महिलाएं किसी के ऊपर कोई बोझ बनकर ना रहे और अपने आप सऊदी अरब में हज एवं उमरा बिना अपने शौहर के कर सके और उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी और हम आपको यह भी बता दें कि यह कोई पहला मौका नहीं है जब महिलाओं के पक्ष में कोई बड़ा फैसला लिया गया हो ऐसा फैसला पहली बार 2001 में महिलाओं को पहचान पत्र दिलवाने में किया गया था और आपको यह भी बता दे चले कि मैं महिलाओं के पक्ष में एक और फैसला 2005 में भी लिया गया था जो जबरन शादी जैसी कुप्रथा को खत्म करने के रूप में लागू किया गया था और मुस्लिम महिलाओं को 2015 में वोट देने का अधिकार दिलवाए गया था एवं 2018 में महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस दिलवाने जैसे बहुत बड़े बड़े फैसले किए गए थे जो महिलाओं के पक्ष में यह फैसले किए गए थे भारत सरकार ने यह आंकड़ा लगाया है कि इस साल 80000 के आसपास भारतीय मुसलमानों के द्वारा हज एवं उमरा पर जाना सुनिश्चित हुआ है जो सऊदी अरब के मक्का मदीना जाएंगे जिसमें से तकरीबन 50% संख्या महिलाओं की होगी एक बात से और हम आपको आप उतना दे चले 2019 में भारतीय मुसलमानों की जनसंख्या मक्का में हज करने के लिए तकरीबन 200000 गए थे

सऊदी गवर्नमेंट छबि बदलने की कोशिश कर रहा है

सऊदी अरब के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस मैं अल राबिया ने अपने बयान में बताया है कि हज एवं उमरा के पूरे क्षेत्र में ट्रांसपोर्टेशन के साधनों में जैसे बंदरगाहों आदि पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है जिससे हज एवं उमरा के दौरान महिलाओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो और इसके साथ साथ पूरी सिक्योरिटी दी जाएगी महिलाओं को और वह निश्चिंत के साथ हज एवं उमराह कर सकें जैसे कि हम लोग जानते ही हैं कि महिलाएं बिना पुरुष के हज एवं उमरा करने में बहुत संकोच करती है क्योंकि वह परेशानी से बहुत डरती हैं इसीलिए सऊदी अरब में महिलाएं बहुत कम संख्या में जाती हैं महिलाओं की छवि बदलने लिए एवं उनकी जनसंख्या में बढ़ोतरी करने के लिए सऊदी गवर्नमेंट अच्छे-अच्छे फैसले महिलाओं के पक्ष में करती आ रही है ताकि उन लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो और इसीलिए महिलाओं की छवि को बदलने के लिए सऊदी गवर्नमेंट ने 1955 में पहला लड़कियों का स्कूल स्थापित किया और 1970 में लड़कियों को पहली बार यूनिवर्सिटी मिली एवं 2001 में पहली बार महिलाओं को पहचान पत्र प्रदान दिया गया गया और दूसरी बार 2005 में जबरन शादी से मुक्त कराया गया और तीसरी बार 2015 में महिलाओं को वोट देने का अधिकार दिया गया और चौथी बार 2018मे महिलाओं को पहली बार ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रदान किए गए हैं इससे महिलाओं की छवि मैं काफी बदलाव हुए हैं

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